बौद्धकालीन शिक्षा और ब्रह्मनीय शिक्षा मेंअंतर
बौद्धकालीन शिक्षा अनेक बातों में ब्रह्मनीय शिक्षा से अलग हैं चूँकि वैदिक काल में ज्ञान प्राप्ति हेतु शिक्षा का मुख्य उद्देश्य आध्यात्मिक विकास करना था। परन्तु, उत्तर वैदिक काल में यज्ञ, वहन आदि धार्मिक संस्कारों को पाठ्यक्रम में विशेष स्थान दिये जाने पर बल दिया गया, जिसके फलस्वरूप पुरोहितवाद का उदय हुआ तथा शिक्षा […]
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