ईर्ष्या का विलोम – प्रेम होता है |
व्यक्ति मानसिक और भावनात्मक भावों से भरा होता है, जिनमें से एक ईर्ष्या भावना है। यह एक ताकतवर भावना है जो मनुष्य को दूसरों के साफल्य और सुख को देखकर अपने आप से निराश कर सकती है। ईर्ष्या एक गहरी और संवेदनशील भावना है जिसका सामना करना आसान नहीं होता।
ईर्ष्या शाब्द पर पांच वाक्य|
ईर्ष्या एक भावना है जो हमें दूसरों की सफलता को देखकर आती है।
यह एक अवगुण है जो हमारे अंदर बुराई का बीज बोती है।
इसे दूर करने के लिए हमें सफलता की प्रशंसा करनी चाहिए और सीखना चाहिए।
दूसरों के साथ ईर्ष्या करने से हमारा अपना विकास रुक जाता है।
सफलता की राह पर बढ़ते हुए हमें इस भावना से मुक्त होना चाहिए।
ई शब्दो से जुड़े पांच का विलोम शब्द और उसका अर्थ |
शब्द | विलोम |
ईश्वर | अनीश्वर |
ईश्वरवाद | अनीश्वरवाद |
इधर | उधर |
ईमानदार | बेईमान |
इंसाफ | गैर इंसाफ |