आज आप जानेंगे कि रावण का जन्म कब और कहां हुआ था?
रावण के पिता ब्राह्मण और माता राक्षसनी थी। रावण ने कई वर्षो तक लंका पर हक़ जमाए रखा था। रावण एक महाप्रतापी और शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता था | वह महापराक्रमी योद्धा विद्वान और शिव का भक्त था।
परन्तु रावण की घमंड की वजह से उसका अंत हो गया था उसे अपनी शक्तियों का बहुत घमंड था जिसके कारण वो सत्य से ही युद्ध करने निकल पड़ा था इसलिए उसका अंत निश्चित हो गया था ।
रावण ने भगवान राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया था और किसी के भी कहने पर वह उन्हें स्वतंत्र नही कर रहा था जिस कारण राम और रावणके बिच युद्ध आरंभ हो गया था जिसमे लंकापति रावण की हार हुई थी और भगवान राम ने विजय प्राप्त की थी इसीलिए कहा जाता है की कभी भी बुराई की जीत नहीं होती है
इसलिए रावण की हार हुई और भगवन राम की जीत हुई थी और भगवान राम जी विष्णु जी के अवतार थे | इसलिए भगवन राम बुराई तथा घमंड के प्रतीक रावण का अंत कर दिया था।
रावण का जन्म कब और कहां हुआ था?
रावण का जन्म बिसरख गॉव में उतर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में हुआ था | जो ग्रेटर नोएडा से करीबन 15 किमी दूर बसा हुआ है उसके पिता का नाम विश्रवा था जो बिसरख के निवासी थे, इसी गावं में रावण का जन्म हुआ था जो वर्तमान में त्रेता युग में हुआ था और रावण की मृत्यु आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को हुई थी।”