भाषा का महत्व
भाषा वह तरीका है जिसके द्वारा हम अपने भावनाओ को व्यक्त करते है और हमारे द्वारा बोला गया ध्वनियों का उपयोग करते है उसे ही भाषा कहते है | भाषा वाक्यों और शब्दों का संग्रह है जो मौखिक रूप से बोलते है हम भाषाओ का उपयोग अपने विचारो और भावनाओ को प्रकट करने के लिए करते है, यह मौखिक भाषा है जो किसी समाज या देश में लोग अपनी छिपी हुई विचारो और मन के बातो को एक दुसरे के सामने प्रकट करते है | भारत में मात्र 22 भाषाओ को मान्यता प्राप्त है | 1950 में मात्र 14 भाषा को मान्यता प्राप्त हुआ था, तथा 2011 की रिपोर्ट में 234 मातृभाषाएँ प्राप्त हुए है |
पूरे विश्व में कितनी भाषाएं बोली जाती है?
पूरी विश्व में 6900 भाषाएँ बोली जाती है। नीचे विशेष 10 भाषाएँ दी गई हैं जो सबसे ज्यादा उपयोग की जाती है। यदि आप जानना चाहते हैं कि कौनसी भाषा का उपयोग कितने लोग करते है तो इस सूची का उपयोग कर सकते हैं।
क्रमांक | भाषा | वक्ता की संख्या |
1 | अंग्रेज़ी | 1,132 मिलियन वक्ता |
2 | मन्दारिन चीनी | 1,117 मिलियन वक्ता |
3 | हिन्दी | 615 मिलियन वक्ता |
4 | स्पेनी | 534 मिलियन वक्ता |
5 | फ़्रांसीसी | 280 मिलियन वक्ता |
6 | अरबी | 274 मिलियन वक्ता |
7 | बांग्ला | 265 मिलियन वक्ता |
8 | रूसी | 258 मिलियन वक्ता |
9 | पुर्तगाली | 234 मिलियन वक्ता |
10 | इंडोनेशियाई | 198 मिलियन वक्ता |
भाषाओं के संरक्षण और समृद्धि
विश्वभर में भाषाओं की संरक्षण और समृद्धि के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। यह विशेष रूप से भाषा महासंग्रहालयों, शैक्षिक संस्थानों और सरकारी अधिकारियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों के माध्यम से हो रहा है। इन सभी प्रयासों का मुख्य उद्देश्य भाषाओं को संभालना और विकसित करना है, ताकि ये विभिन्न समुदायों के लोगों के बीच समृद्ध संवाद स्थापित कर सकें।
भाषा एक सांस्कृतिक पहचान
प्रत्येक भाषा अपनी संस्कृतिक पहचान के साथ जुड़ी होती है। भाषा एक विशेष समुदाय की सोच, विचार, और अनुभूतियों को व्यक्त करने का माध्यम होती है। इसलिए भाषाओं का संरक्षण और समृद्धि एक सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। यह विभिन्न समुदायों के आत्म-विश्वास को बढ़ाता है और उन्हें उनके अभिवादन और मूल्यों के प्रति संवेदनशील बनाता है।
भाषाएँ और सांस्कृतिक विविधता
पूरे विश्व में कई सांस्कृतिक और भौगोलिक कारणों से भिन्न-भिन्न भाषाएँ विकसित हुई हैं। इन भाषाओं के विभिन्न शैलियों, उच्चारण और व्याकरण में अंतर होता है जो उन्हें अनूठा बनाता है। इस सांस्कृतिक विविधता के कारण ही पूरी दुनिया में इतनी सारी भाषाएँ मौजूद हैं।
भाषाएँ हमारे समाज का आधार होती हैं और हमारे संवाद की मूल व्यवस्था हैं। विभिन्न भाषाओं की समृद्धि और संरक्षण के माध्यम से हम एक-दूसरे के साथ समृद्ध संवाद का आनंद उठा सकते हैं। हमारे भाषाओं की संरक्षण करना और उन्हें विकसित करना हमारी सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाता है और हमें अपने समूचे विश्व की समृद्धि में योगदान देने में सहायक होता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
कितनी भाषाएँ विश्वभर में बोली जाती हैं?
सारी दुनिया में 6900 भाषाएँ बोली जाती हैं।
कौनसी भाषा सबसे ज्यादा बोली जाती है?
वर्तमान में, मन्दारिन चीनी भाषा सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है।
कौनसी भाषा दूसरे स्थान पर है जिसमें बातचीत होती है?
दूसरे स्थान पर बातचीत के लिए अंग्रेज़ी भाषा उपयोग की जाने वाली भाषा है।
कितनी भाषाएँ भारत में बोली जाती हैं?
भारत में 22 भाषाएँ मान्यता प्राप्त हैं।
कौनसी भाषा विश्व की सबसे विकसित भाषा है?
अंग्रेज़ी भाषा विश्व की सबसे विकसित और उपयुक्त भाषा मानी जाती है।