AI की नकारात्मक भूमिका उसकी नियंत्रित न होने वाली और अनुमान लगाने की क्षमता न होने वाली क्रियाओं से संबंधित है। एक AI सिस्टम की नकारात्मक भूमिका का संभवतः सबसे बड़ा उदाहरण उस समय था जब एक चैटबॉट मशीन लर्निंग के अल्गोरिदम का उपयोग कर ट्विटर पर ज्यादातर नकारात्मक टिप्पणियों को लिखने लगा।
AI सिस्टम में नकारात्मक भूमिका के अन्य उदाहरण शामिल होते हैं: ऑटोनोमस वाहनों में लोगों की सुरक्षा के बारे में संदेह जगाना, सोशल मीडिया अल्गोरिदम्स में उल्लंघन और उपयोगकर्ताओं के डेटा का अवैध उपयोग।
इसलिए, एक संतुलित और नियंत्रित AI सिस्टम विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि संभवतः नकारात्मक और अनुचित क्रियाओं से बचा जा सके और सामाजिक नुकसान को कम किया जा सके।
AI की नकारात्मक भूमिका के बारे में दूसरा एक उदाहरण है डिप फेक टेक्स्ट जिसका उपयोग अनुमानित जानकारी को फैलाने और जालसंदेह फैलाने के लिए किया जाता है। डिप फेक टेक्स्ट को अवतार बनाने के लिए एक AI सिस्टम का उपयोग किया जाता है जो मानव तर्क के लिए विशेष रूप से तैयार नहीं किया गया है।
एक और नकारात्मक उदाहरण है उच्च अंतरिक्ष मिशन में AI नियंत्रित रोबोटिक उपकरणों का उपयोग करना। अगर रोबोट नियंत्रण के दौरान AI सिस्टम में कोई खराबी होती है तो इससे नुकसान हो सकता है और अंततः इससे स्पेसक्राफ्ट और अन्य यंत्रों के नुकसान का खतरा होता है।
इसलिए, संबंधित विशेषज्ञों के सहयोग से संभवतः नकारात्मक और अनुचित क्रियाओं से बचने के लिए AI सिस्टम को नियंत्रित रखना महत्वपूर्ण है।
एक और नकारात्मक उदाहरण है अंग्रेजी में अश्लील भाषा का उपयोग करने वाले AI चैटबॉट्स। इन AI सिस्टमों का उपयोग अक्सर ऑनलाइन चैटिंग प्लेटफार्मों पर किया जाता है, लेकिन यदि ये सिस्टम अश्लील भाषा या अश्लील विचारों का उपयोग करना सीखते हैं तो ये उपयोगकर्ताओं को असंतोष और दुख दे सकते हैं।
एक और मुख्य नकारात्मक बात है कि AI सिस्टमों को धार्मिक और जातीय विवादों के लिए उपयोग किया जाना संभव है। अगर एक सिस्टम किसी धर्म या जाति से नकारात्मक या भेदभावपूर्ण भावनाओं को सीखता है, तो इससे विवादों को बढ़ावा मिल सकता है और समाज में विभिन्न वर्गों के बीच द्वेष और विवाद का पैदा होना संभव है।
इसलिए, AI सिस्टमों का उपयोग करने से पहले संबंधित नैतिक मानदंडों का ध्यान रखना आवश्यक होता है और संभवतः नकारात्मक और अनुचित क्रियाओं से बचने के लिए एक नियंत्रण प्रणाली का निर्माण करना जरूर हैं |
एक और मुख्य नकारात्मक बात है कि अधिकतम AI सिस्टमों का निर्माण और उपयोग करने वाले लोगों में अभाव होता है जो अलग-अलग समाजों, जातियों, धर्मों और वर्गों से हैं। यह सिस्टम संवेदनशील होते हुए भी उन सभी लोगों के लिए अनुकूल नहीं हो सकते हैं। इसलिए, जो समाज, जाति, धर्म और वर्ग से अलग होते हैं, उनके लिए इन सिस्टमों को संवेदनशील बनाना अथवा तो समाज और संस्कृति के अनुरूप बनाना मुश्किल हो सकता है।
इसके अलावा, AI सिस्टमों का निर्माण और उपयोग करने के लिए बड़ी मात्रा में डेटा की आवश्यकता होती है। यदि इस डेटा में भ्रष्टाचार, भेदभाव, अनुचित विचारों और अपने हित के लिए दूसरों के अधिकारों को अवहेलना करने जैसी अनुचित गतिविधियां शामिल होती हैं तो यह AI सिस्टम को भी नकारात्मक बना सकता है।
एक और मुख्य नकारात्मक बात यह है कि AI सिस्टम के अंतर्गत शामिल सॉफ्टवेयर और एल्गोरिथ्म्स का बड़ा हिस्सा विशेषज्ञों द्वारा लिखा नहीं जाता है। इसलिए, यह असमर्थता और असंबद्धता की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। अधिकांश सॉफ्टवेयर और एल्गोरिथ्म्स को विशेषज्ञों द्वारा ट्यून किया जाना चाहिए ताकि वे विभिन्न अवस्थाओं में सही नतीजे प्रदान कर सकें।
अन्य नकारात्मक बातें शामिल हैं असंगति, जिसमें AI सिस्टम एक विशेष स्थिति में शामिल होने वाले दायरों के साथ निर्णय लेते हैं, लेकिन दूसरी स्थितियों में अलग-अलग निर्णय लेते हैं। इससे, संगतता या निष्पक्षता के मानकों में छिद्र आ सकता है। इसके अलावा, अनुपयुक्त नतीजों का प्रदर्शन करने वाली AI सिस्टमों की एक और समस्या है, जो निरंतर बदलती दुनिया में इनकी संवेदनशीलता और संगतता को प्रभावित करती है।
एक और नकारात्मक बात यह है कि AI सिस्टम में विभिन्न प्रकार की भूलें शामिल हो सकती हैं। जैसे कि अनुमानित त्रुटि, दूसरों के उत्तरों के आधार पर त्रुटियों को प्रभावित करने के लिए खुद को समझते हुए गलत निर्णय लेना, और त्रुटियों को जोड़कर अप्रत्याशित नतीजों का उत्पन्न होना।
एक अन्य मुख्य नकारात्मक बात है कि AI सिस्टम विश्व की कुछ भाषाओं को समझने और उनसे संवाद करने में कमजोर हो सकते हैं। यह अपेक्षाकृत ज्ञान के क्षेत्र में अधिक है, जो इस समस्या को हल करने के लिए उन संदर्भों में विशेष रूप से उनकी सीमाओं को समझने वाले विशेषज्ञों की आवश्यकता को दर्शाता है।
इन सभी नकारात्मक बातों का समाधान AI समुदाय के विभिन्न सदस्यों द्वारा सहयोग से आशाजनक होता जा रहा है। इसके अलावा, आविष्कारों के साथ संबंधित निर्णय लेने के लिए इन्हें विशेषज्ञों द्वारा ट्यून किया जाना चाहिए। एक और नकारात्मक बात है कि AI सिस्टमों का उपयोग असामान्य प्रकार से बढ़ रहा है और इससे लोगों के नौकरी की भारी मात्रा नुकसान हो रहा है। उदाहरण के लिए, जिन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की जगह AI सिस्टमों को भी रखा जा रहा है जैसे वाणिज्य, सेवा क्षेत्र और वित्तीय सेवाएं आदि। इससे जो असंतोष हो रहा है वह आम लोगों के साथ हो रही दुर्घटनाओं की वजह बन रहा है।
एक अन्य मुख्य नकारात्मक बात है कि AI सिस्टमों का उपयोग संदर्भों की संचालन पूरी तरह से स्वचालित कर देता है, जो संभवतः लोगों की जिम्मेदारियों और नियमों से बाहर जाने के लिए दरवाजा खोलता है। यह एक बड़ी समस्या हो सकती है, जो संभवतः संचालक और उपयोगकर्ता के बीच संबंधों में अस्पष्टता और असमंजस्यता को बढ़ाती है।
एक और नकारात्मक बात है कि AI सिस्टमों को त्रुटियों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है, जो इससे संबंधित होने वाली दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ाती है। कुछ ऐसे उदाहरण हैं जहां AI सिस्टम ने गलत निर्णय लिए हैं, जिससे बड़े नुकसान हुए हैं। इसलिए, AI सिस्टमों के निर्माण में समझदारी और संवेदनशीलता बहुत महत्वपूर्ण होती है।
AI की नकारात्मक बातों के बावजूद, इसके लाभों की भी असंख्य गिनती है। AI सिस्टम आजकल संभवतः हर क्षेत्र में इस्तेमाल हो रहे हैं, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से अधिक सुरक्षित बैंकिंग, ऑटोमेटेड कार्यक्रम, विज्ञान और तकनीक, मेडिकल उपचार, स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य क्षेत्रों में भी।
इससे साफ होता है कि AI की नकारात्मक बातों के साथ-साथ, इसके लाभों की भी एक संतुलित विवेचना करनी चाहिए। यह निर्माताओं, उपयोगकर्ताओं और सामान्य जनता के लिए उचित संदर्भ में उपयोगी हो सकता है|