भारत एक विशाल देश है जो एक उच्च जनसंख्या, विविध संस्कृति और उद्यमी लोगों से भरा हुआ है। भारत दुनिया के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण देशों में से एक है और विश्व के अन्य देशों के साथ गहन विदेशी संबंध रखता है।
भारत का विदेशी संबंध अपने इतिहास के कारण विस्तृत और विस्तृत है। भारतीय इतिहास में, भारत के राजाओं ने विभिन्न भागों से आगंतुकों को आमंत्रित किया था जो भारत की संस्कृति, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में जानने आते थे। वहीं, भारतीय वाणिज्यिक शिपिंग कंपनियों ने व्यापार और विदेशी संबंधों के लिए भी उन्नत और अग्रणी भूमिका निभाई है।
आधुनिक भारत के विदेशी संबंध विपुलता से होते हुए अग्रसर हो रहे हैं। भारत के विदेशी संबंध विशेष रूप से भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारत दुनिया का आठवां सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश है और इसलिए भारत के साथ दूसरे देशोंने अच्छा सबंध बनाया है |
भारत अन्य देशों के साथ विभिन्न विषयों पर बातचीत करता है जैसे कि व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, संस्थानों के विनियमित विनिमय, संस्कृति आदि। भारत अन्य देशों के साथ विकासशील संबंध भी बनाता है जो विशेष रूप से अनुशंसा के क्षेत्रों में सहायता प्रदान करते हैं जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन।
भारत के सबसे महत्वपूर्ण विदेशी संबंध विश्व की तीन महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं से होते हैं – अमेरिका, चीन और जापान। भारत अमेरिका के साथ अधिकतम संबंध रखता है, जो आर्थिक सहयोग, रक्षा सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तैयारी करते हैं। भारत चीन के साथ व्यापार और राजनीतिक संबंधों के क्षेत्र में काम कर रहा है, जबकि भारत जापान के साथ आर्थिक सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बढ़ती उपस्थिति रखता है।
भारत ने भी समूचे दक्षिण एशिया क्षेत्र में अपने संबंध बढ़ाये हैं, जिस में भारत आधारित नागरिक एवं आर्थिक संगठन SAARC (South Asian Association for Regional Cooperation) के सदस्य है। साथ ही, भारत आधारित नागरिक एवं आर्थिक संगठन BIMSTEC (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) का भी सदस्य है, जिसमें भारत, बांग्लादेश, भूटान, म्यानमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं।
भारत अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ अपने संबंध भी बढ़ा रहा है। भारत अफ्रीका के साथ संबंध विकसित करने के लिए अफ्रीकी राष्ट्रों के लिए स्कॉलरशिप प्रदान करता है, अफ्रीकी देशों में अपनी दूतावासों की स्थापना करता है और अफ्रीकी देशों को आर्थिक मदद भी प्रदान करता है।
भारत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय में एक अहम समझौते के तहत भी अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए काम कर रहा था। इस समझौते के तहत भारत और अमेरिका ने एक दूसरे के आर्थिक और रक्षा के क्षेत्र में मदद प्रदान करने का वादा किया था।
भारत-चीन संबंधों के बारे में बात करते हुए, ये दो देश आपस में सबसे बड़े व्यापारी साथी होने के साथ-साथ एक दूसरे के पड़ोसी देश भी हैं। इन दो देशों के बीच आपसी संबंध कुछ वर्षों से निखरने की कोशिश की गई है, लेकिन चीन द्वारा हाल ही में आक्रमण करने के बाद संबंधों में फिर से खींचतान आई है।
भारत अपनी सीमाओं को संरक्षित रखने और अपने सुरक्षा हितों को संरक्षित करने के लिए चीन से खींचतान बढ़ाता रहता है। इसके अलावा, चीन द्वारा पाकिस्तान के साथ संबंधों में वृद्धि भी भारत के लिए चिंता का विषय है।
भारत दक्षिण-एशियाई संबंधों में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रहा है। इसका मुख्य कारण दक्षिण-एशियाई देशों के साथ विशेष आर्थिक और रक्षा संबंध होने के कारण है। भारत अपने उत्तरी पड़ोसी देशों से भी मजबूत संबंध रखता है। नेपाल, बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका जैसे देश भारत के लिए विशेष महत्वपूर्ण हैं |
भारत अमेरिका के साथ भी विशेष बैठकों और संबंधों में रुचि रखता है। इन दो देशों के बीच आर्थिक और सैन्य सहयोग के क्षेत्रों में संबंध दोनों देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। भारत अमेरिका के साथ एक बड़ी वाणिज्यिक समझौते के तहत सौदों में वृद्धि कर रहा है और भारत अमेरिका के साथ संबंधों में आगे बढ़ने की उम्मीद है।
भारत रूस के साथ भी बहुत अच्छे संबंध रखता है। दोनों देश एक दूसरे के बड़े साथी हैं और इन दोनों देशों के बीच विविध क्षेत्रों में संबंध होते हैं। विज्ञान, रक्षा, और संचार जैसे क्षेत्रों में सहयोग किया जाता है।
भारत अफ्रीका के साथ भी सम्बन्ध बनाने का प्रयास कर रहा है। भारत अफ्रीका में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न सहयोग कार्यक्रम चलाता है। भारत अफ्रीका के साथ विभिन्न देशों के बीच संबंधों में विविध क्षेत्रों में सहयोग किया जाता है।
भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ संबंधों में कई विवाद हैं। दोनों देशों के बीच अभी तक कश्मीर विवाद का हल नहीं निकल पाया है और दोनों देशों के बीच सीमा विवाद भी होते रहते हैं।
भारत चीन के साथ भी संबंधों में विवाद हैं। दोनों देशों के बीच तिब्बत के विवाद के कारण सीमा विवाद होता रहता है।
भारत बांग्लादेश के साथ समझौते और संबंधों में बदलाव हुए हैं। दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पहले से कम हो गई है। भारत बांग्लादेश के साथ विविध क्षेत्रों में सहयोग करता है।
भारत नेपाल के साथ भी बड़े संबंध रखता है। भारत नेपाल को अपना अन्तरिक्ष कार्यक्रम में शामिल करता है और इससे दोनों देशों को फायदा होता है।
भारत श्रीलंका के साथ भी संबंधों में बदलाव हुए हैं। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग किया जाता है और भारत श्रीलंका के बड़े विकास परियोजनाओं में भी सहयोग करता है।
भारत अमेरिका के साथ संबंधों में भी विशेष महत्व रखता है। दोनों देश एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापार साथी हैं। भारत अमेरिका के बीच विविध क्षेत्रों में सहयोग करता है।
भारत रूस के साथ भी संबंधों में बदलाव हुए हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और विकास के क्षेत्र में सहयोग होता है।
भारत जापान के साथ संबंधों में भी विशेष महत्व रखता है। दोनों देश एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापार साथी हैं और दोनों देशों के बीच बहुत सारे समझौते हुए हैं।
भारत दक्षिण अफ्रीका के साथ व्यापार संबंधों में विशेष महत्व रखता है। दोनों देश एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापार साथी हैं और दोनों देशों के बीच अनेक विकास परियोजनाओं में सहयोग होता है।
भारत ईरान के साथ भी बड़े संबंध रखता है। दोनों देश एक दूसरे के सबसे बड़े व्यापार साथी हैं और ईरान से भारत को पेट्रोलियम उत्पादों और अन्य खाद्य सामग्री आपूर
भारत अफगानिस्तान के साथ संबंधों में भी विशेष महत्व रखता है। भारत अफगानिस्तान की सहायता में अनेक विकास परियोजनाओं को चला रहा है और दोनों देश एक दूसरे के बीच सुरक्षा सहयोग भी करते हैं।
भारत बांग्लादेश के साथ व्यापार संबंधों में विशेष महत्व रखता है। दोनों देशों के बीच अनेक विकास परियोजनाएं चल रही हैं। भारत बांग्लादेश के बीच सीमा विवाद हैं, लेकिन दोनों देश इसे समाधान करने के लिए समझौतों पर आमने-सामने होते रहते हैं।
भारत नेपाल के साथ संबंधों में विशेष महत्व रखता है। दोनों देशों के बीच विविध क्षेत्रों में सहयोग होता है, जैसे कि सीमा विकास, पर्यटन और व्यापार।
भारत श्रीलंका के साथ भी विशेष संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग होता है, जैसे कि राजनयिक संबंध, आर्थिक सहयोग, संस्कृति और शिक्षा।
भारत मलयासिया के साथ भी विशेष संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग होता है, जैसे कि आर्थिक सहयोग, पर्यटन, शिक्षा और विज्ञान तकनीकी सहयोग।
भारत अमेरिका के साथ बड़े संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग के साथ-साथ सुरक्षा सहयोग भी होता है। भारत और अमेरिका के बीच साझा मूल्य और स्वतंत्रता के आधार पर मजबूत संबंध हैं।
भारत रूस के साथ भी विशेष संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, संस्कृति और सुरक्षा सहयोग होता है। भारत रूस के बीच एक दूसरे के समर्थन में होने वाले विभिन्न विषयों पर समझौतों पर हस्ताक्षर करता है।
भारत जापान के साथ भी विशेष संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच सहयोग के कई क्षेत्र हैं, जैसे कि व्यापार, आर्थिक सहयोग, विज्ञान तकनीकी सहयोग, संस्कृति और शिक्षा। भारत और जापान के बीच संयुक्त संविधान सभा और संयुक्त अभ्यास संगठन जैसे विभिन्न विषयों पर समझौते हुए हैं। दोनों देशों के बीच विविध संवाद विशेष रूप से दोनों देशों के लिए रणनीतियों के लिए उपयोगी हैं।
भारत चीन के साथ विविध संबंध रखता है, लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध भेदभाव और संभावित खतरों से भी अभिव्यक्त होते हैं। विविध मामलों में दोनों देशों के बीच संवाद जारी है, लेकिन इन मामलों में तनाव के भी बहुत सारे उदाहरण हैं।
भारत पाकिस्तान के साथ संबंधों में तनाव हैं। दोनों देशों के बीच बहुत कम सामान्यता हैं, लेकिन इन दोनों देशों के बीच विविध मामलों में संवाद जारी है। हालांकि, आतंकवाद की समस्या और तनाव दोनों
भारत अमेरिका के साथ व्यापार, आर्थिक सहयोग, वैज्ञानिक सहयोग, सैन्य सहयोग, साझा रुचि और संस्कृति के क्षेत्र में गहरे संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच एक चार्टर पार्टनरशिप है जो दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के क्षेत्र में उदाहरण है। भारत अमेरिका के बीच कुछ विषयों पर भी असमंजस हैं, जैसे कि ट्रेड इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी से संबंधित मुद्दों पर।
भारत रूस के साथ भी विशेष संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, रक्षा सहयोग, साझा रुचि और विज्ञान तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में संबंध हैं। भारत रूस के बीच संयुक्त युद्धाभ्यास जैसी विभिन्न गतिविधियां भी होती हैं।
भारत के विदेशी संबंधों का एक अन्य महत्वपूर्ण हिस्सा आफ्रीका के साथ है। भारत और आफ्रीकी देशों के बीच व्यापार, आर्थिक सहयोग, रक्षा सहयोग, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में संबंध हैं। भारत और आफ्रीकी
भारत चीन के साथ भी संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच व्यापार, आर्थिक सहयोग, साझा रुचि, संस्थानों और विभिन्न गतिविधियों के क्षेत्र में संबंध हैं। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद भी है, जो अक्साई चिन व लद्दाख क्षेत्र में हो रहा है।
भारत जापान के साथ भी संबंध रखता है। दोनों देशों के बीच व्यापार, आर्थिक सहयोग, संगठन, साझा रुचि, संस्कृति और विज्ञान तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में संबंध हैं। जापान भारत के साथ संयुक्त युद्धाभ्यास भी करता है।
भारत के विदेशी संबंधों का अन्य एक अहम हिस्सा दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के साथ है। भारत और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच व्यापार, आर्थिक सहयोग, रक्षा सहयोग, साझा रुचि, संस्कृति और विज्ञान तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में संबंध हैं। भारत और जोर्डन, इस्राइल, इराक, इरान, सऊदी अरब, यमन और अफगानिस्तान जैसे देशों के बीच संबंध हैं।