चाँद का विलोम शब्द “सूरज” होता है |
शब्द | विलोम |
चाँद | सूरज |
“चाँद” का विलोम शब्द “सूरज” होता है। इसका अर्थ होता है कि चाँद और सूरज दोनों ही आकाश में पाए जाने वाले दो प्रमुख ग्रह हैं, चाँद रात्रि में दिखाई देता है जबकि सूरज दिन में दिखाई देता है।
चाँद के बारे में कुछ जानकारी
चाँद सौरमंडल का सबसे नजदीकी ग्रह है जो पृथ्वी से लगभग 384,400 किलोमीटर की दूरी पर है।
चाँद पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है और यह सूर्य के चारों ओर घूमता है।
चाँद का वायरल क्रेटरज और मारिया के नाम से पुकारे जाने वाले क्षेत्र इसकी सतह पर दिखते हैं, जिन्हें चंद्रमाकरों ने नामकरण किया।
चाँद की रौशनी सिर्फ सूर्य से आने वाली प्रकाश का परिणाम होता है, इसमें कोई अपना प्रकाशीय स्रोत नहीं है।
चाँद के ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व है, क्योंकि यह हमें सौरमंडल की ज्योतिषीय गणनाओं की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करता है।
सूरज के बारे में कुछ जानकारी
सूरज हमारे सौरमंडल का केंद्रीय तारा है जो गर्मी और प्रकाश की स्रोत है।
यह एक भूषण तारा है जिसका व्यास लगभग 1.39 मिलियन किलोमीटर है।
सूरज की केंद्रीय भाग में हाइड्रोजन मिलकर हेलियम बनाता है जिसके कारण तापमान और दबाव बढ़ते हैं।
यह विशाल गुरुत्वाकर्षण के कारण ग्रहों को अपनी कक्षा में बंद रखता है और उनकी गति को नियंत्रित करता है।
सूरज के पास अपने अंतरिक्ष में गर्म हवा की परत जिसे क्रूर गतिशीलीय तरंगें उत्पन्न करती हैं, जिन्हें सूर्यमान्य भी कहा जाता है।
चाँद और सूरज में कई प्रमुख अंतर होते हैं, निम्नलिखित पांच अंतर महत्वपूर्ण हैं:
आकार: सूरज बहुत बड़ा तारा है, जबकि चाँद सूरज के चारगुना बड़ा है, लेकिन उसका आकार सूरज से काफी छोटा है।
रोशनी: सूरज बहुत अधिक उर्जा और प्रकाश उत्पन्न करता है, जबकि चाँद केवल सूरज की किरनों का प्रकाश पृथ्वी की ओर भेजता है।
तापमान: सूरज बहुत गरम होता है, उसकी सतह का तापमान लगभग 5,500 डिग्री सेल्सियस होता है, जबकि चाँद का तापमान काफी कम होता है और रात्रि में बहुत ठंडा होता है।
घूरण की गति: सूरज अपने आरेखित की गति में एक परिपूर्ण को लगभग 25-28 दिनों में पूरा करता है, जबकि चाँद अपनी अक्षरेखित परिपूर्ण की गति में लगभग 27.3 दिनों में पूरा होता है।
पृथ्वी पर प्रभाव: सूरज की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी पर बहुत अधिक होती है, जो प्लैनेट्स को अपनी कक्षा में बंद रखती है और पृथ्वी की गति को नियंत्रित करती है। चाँद की गुरुत्वाकर्षण शक्ति पृथ्वी पर सूरज की तुलना में काफी कम होती है, जिसका परिणाम है कि चाँद पृथ्वी के चारों ओर घूमता रहता है।
ये अंतर सूरज और चाँद के बीच महत्वपूर्ण विभिन्निताओं को दर्शाते हैं।